Volume 5, Issue (2), Pages 1-46, December (2016)


1 . सम्पादकीय:मृति स्मृति-शुद्धये
विनोबा, 5(2),1 - (2016)

2 . कुमाउनी लोक नृत्य-गीत ‘झोड़ा’ में सामाजिक चेतना के स्वर
दीपक चन्द्र सिंह मेहता (शोधार्थी), 5(2),2 - 8 (2016)

3 . आदिवासी अस्मिता और इधर का उपन्यास साहित्य
डॉ. संध्या गंगराड़े(प्राध्यापक), 5(2),9 - 14 (2016)

4 . राम भक्ति परम्परा और साहित्य
सुनीता देवी, 5(2),15 - 19 (2016)

5 . पवित्र चरित्र बल से सात्विक व्यक्तित्व निर्माण
प्रो. बनवारी लाल जैन, 5(2),20 - 22 (2016)

6 . Concept Of Tilakkhana (Three Marks Of Existence)
Dr.Manish T. Meshram, 5(2),23 - 28 (2016)

7 . इक्कीसवीं सदी का बाल साहित्य
सुरेश सरोठिया, 5(2),29 - 36 (2016)

8 . सूर्यबाला के कथा साहित्य में नारी संवेदना
संगीता राणा (शोधार्थी), 5(2),37 - 41 (2016)

9 . सार्वभौमिक मूल्यों के प्रसार में संत साहित्य की भूमिका
डॉ.जगदीश चौहान, 5(2),42 - 46 (2016)