Volume 5, Issue (4), Pages 1-40, February (2017)


1 . सम्पादकीय:नागरी लिपि भारत को जोड़ने की कड़ी
विनोबा भावे, 5(4),1 - 3 (2017)

2 . पर्यावरण के प्रति सजग कवयित्री डॉ. पद्मा पाटिल
डॉ. वन्दना पाटील, 5(4),4 - 7 (2017)

3 . Early childhood care and Education - A National Policy
Dr. Neeta Deshmukh, 5(4),8 - 10 (2017)

4 . मार्कण्डेय के उपन्यास ‘अग्निबीज’ में ग्रामीण चेतना
मिलिंद कुमार गौतम, 5(4),11 - 15 (2017)

5 . ग्रामीण महिलाओं के विकास में प्रसार की भूमिका
सुनिता ठोंबरे (शोधार्थी), 5(4),16 - 17 (2017)

6 . ग्रामीण जीवन का समाजशास्त्र
कमल वास्कले (शोधार्थी), 5(4),18 - 20 (2017)

7 . ग्रामीण महिलाओं का आर्थिक जीवन स्तर बढ़ाने में सरकारी योजनाओं की भूमिका
कु. सपना पटेल (शोधार्थी), 5(4),21 - 27 (2017)

8 . ग्रामीण भारत एवं जनसंचार सुविधा विस्तार
डॉ.निशा जैन, 5(4),28 - 30 (2017)

9 . ‘भाषाविज्ञान और हिन्दी’ का समीक्षात्मक अनुशीलन
डॉ.आलोक कुमार सिंह, 5(4),31 - 36 (2017)

10 . ‘रंग में भंग’ खंडकाव्य में अभिव्यक्त राष्ट्रीय चेतना
आस्था बैरवा (शोधार्थी), 5(4),37 - 40 (2017)